मथुरा का प्रसिद्ध चीज पेड़े हैं लेकिन यहां की लस्सी आलू की कचौड़ी और उसकी सब्जी का जायका लोगों को एक बार में ही पसंद आता है। ब्रज की कण कण में भगवान का वास है और यहां की दूध-दही मावा से बनने वाली मिठाई सभी को अच्छी लगती है।

मथुरा(UP) आएं तो ये 7 जायके जरूर चखें, मीठे के साथ तीखा भी है मजेदार 2023
Mathura
यूपी का हर शहर खाने की चीजों के लिए मशहूर है। बात ब्रज की हो तो यहां के हर शहर का अपना जायका है। अगर आप मिठाई के शौकीन हैं तो आपको आगरा का पेठा पसंद आएगा। वहीं मथुरा के पेड़े और लस्सी का जाूद सभी के सिर चढ़कर बोलता है। मथुरा आए और इन चीजों को नहीं चखा तो कहीं न कहीं ट्रिप अधूरी सी रहती है।
अगर आप मथुरा की ट्रिप बना रहे हैं तो यहां के जायके अपनी ट्रिप में जरूर शामिल करें। आपके ट्रेवल का मजा दो गुना हो जाएगा। खाने-पीने के शौकीनों को मथुरा में कई ऐसी डिश हैं जो पसंद आती हैं। यहां के पेड़े पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में अपनी पहचान बना चुके हैं। आपको बताते हैं मथुरा के खाने की कुछ बेहतरीन डिश के बारे में
मथुरा दर्शन करने के लिए जो भी आता है वो खाने के बाद पेड़े का मजा जरूर लेता है। किसी ने मथुरा का भ्रमण न भी किया हो तब भी पेड़े की जानकारी सभी को है। मथुरा के ये पेड़े दूध से बनते हैं जो काफी स्वादिष्ट होते हैं। मथुरा श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पास काफी मशहूर दुकानें हैं जो कई वर्षों से पेड़े बेच रही हैं। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में पेड़े का भोग लगाने की परंपरा है।
आलू की सब्जी और जायकेदार कचौड़ी

मथुरा का सुबह का नाश्ता आलू की गीली सब्जी और कचौड़ी से शुरू होता है। आलू की सब्जी गरम मसालों में बनती है जो काफी तीखी होती है। कचौड़ी दो तरह की बनती है।आलू की कचौड़ी और दाल की कचौड़ी। कई दुकानों पर खस्ता कचौड़ी के नाम से इन्हें जानते हैं। मथुरा की ये कचौड़ी आलू की सब्जी के साथ परोसी जाती है। स्वाद के लिए दुकानदार हरी चटनी और दही का इस्तेमाल करते हैं। अदरक और प्याज पसंद है तो वो भी आपको सब्जी के साथ मिलती है।
गरमा गरम जलेबी

मीठे के शौकीन जलेबी को दही या रबड़ी के साथ खाना पसंद करते हैं। लेकिन ब्रज की परंपरा कुछ अलग है। यहां जलेबी कचौड़ी वाली सब्जी के साथ पसंद की जाती है। मीठे के साथ तीखे का मजा स्वाद को और बढ़ा देता है।
मशहूर है मथुरा की लस्सी

ब्रज में दूध की नदियां बहती थी, ये कहावत यूं हीं नहीं प्रसिद्ध है। दरअसल ब्रज के हर घर में गाय पालन होता था। आज भी ये परंपरा जारी है। यहां की लस्सी पूरी यूपी में फेमस है। लस्सी का स्वाद चखने के लिए आपको ज्यादा तलाश नहीं करना होगा। हलवाई की अधिकांश दुकानों पर लस्सी बनती है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और बांकेबिहारी मंदिर की गली में लस्सी की दुकानों पर गर्मियों में अच्छी खासी भीड़ लगती है।
आलू का भल्ला या आलू टिक्की
चटपटे खाने के शौकीन हैं तो आलू का भल्ला या आलू की टिक्की आपको जरूर पसंद आएगी। गरम-गरम आलू की टिक्की को छोले या मटर के साथ परोसा जाता है। जो भी ब्रज आता है वो इसका स्वाद जरूर चखता है।
ठंडाई का जादू सिर चढ़कर बोलता है
वैसे तो ठंडाई होली और शिवरात्रि पर तैयार होती है। लेकिन मथुरा की स्पेशल ठंडाई का मजा बिना किसी त्योहार के मिलता है। मंदिरों के आसपास की दुकानों पर कई तरह की ठंडाई मिलती है, जिन्हें लोग पीकर खुद को तरोताजा महसूस करते हैं।